एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना: जैसा कि आप सभी जानते हैं कि राज्य के शहरी क्षेत्रों में व्यापार और मजदूरी के काम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से गरीब परिवारों का आवागमन होता रहता है। इसके लिए शहरी क्षेत्रों में रैन बसेरे/आश्रय स्थल बनाकर अस्थायी आवास की व्यवस्था की जाती है, लेकिन इसके अलावा शहरों में भोजन की उचित व्यवस्था न होने के कारण गरीब परिवारों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा उन्हें व्यवसाय की तलाश साथ-साथ भोजन की भी तलाश करनी पड़ती है। यह व्यवस्था बनाने के लिए इधर से उधर भटकना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने गरीब और जरूरतमंद लोगों को किफायती मूल्य पर दिन में दो समय पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना शुरू की है। इस योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश के सभी गरीब और भूखे लोगों को मात्र 10 रुपये में भोजन मिल सकेगा।
इस योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के सभी जरूरतमंद और भूखे लोगों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन मिले। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से दीन दयाल अंत्योदय रसोई योजना से संबंधित जानकारी प्रदान करेंगे। इस कल्याणकारी योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आपको यह लेख विस्तार से पढ़ना होगा।
एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना
राज्य के शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवार व्यवसाय और मजदूरी के काम के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। शहरी क्षेत्रों में रैन बसेरा/आश्रय स्थल बनाकर अस्थायी आवास की व्यवस्था की जाती है, लेकिन भोजन की उचित व्यवस्था न होने के कारण गरीब परिवारों को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है और काम-धंधे की तलाश में आने वाले गरीब परिवारों को भोजन नहीं मिल पाता है। व्यवस्था बनाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। इसके साथ ही कई गरीब शहरी परिवारों को भी फिलहाल सस्ते दर पर पौष्टिक भोजन नहीं मिल पा रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए प्रदेश के 52 जिला मुख्यालयों तथा 6 धार्मिक नगरों मैहर, अमरकंटक, महेश्वर, ओंकारेश्वर, चित्रकूट एवं ओरछा में 100 रसोई केन्द्रों में “एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना” का संचालन प्रारंभ किया गया।
दीन दयाल अंत्योदय रसोई योजना मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को मात्र 10 रुपये में ताजा पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी शुरू किया गया है, जिसके माध्यम से आप पोर्टल पर योजना से संबंधित जानकारी जैसे रसोई केंद्र सेवा प्रदाता, दान आदि की जानकारी पोर्टल पर प्राप्त कर सकते हैं। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के माध्यम से राज्य के सभी 52 जिलों में ताजा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के अंतर्गत 253 सेवा प्रदाता संस्थाओं ने भाग लिया है। इसके साथ ही 6 धार्मिक शहरों महेश्वर, अमरकंटक, ओंकारेश्वर, चित्रकूट और ओरछा में भी रसोई खोली जाएंगी. ताकि ऐसे भूखे लोग, जिन्हें समय पर ठीक से खाना नहीं मिल पाता, उन्हें अपनी भूख मिटाने के लिए मात्र 10 रुपये में भरपेट भोजन मिल सके. इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 153 रसोई केंद्र संचालित किये गये हैं.
MP Deendayal Antyodaya Rasoi Yojana Highlights
योजना | एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना |
---|---|
व्दारा शुरू | मध्यप्रदेश सरकार |
अधिकारिक वेबसाईट | http://rasoi.mp.gov.in/ |
लाभार्थी | प्रदेश के मजदूर भाई, गरीब लोग, विद्यार्थी, आश्रयहिन लोग |
विभाग | नगरीय विकास एवं आवास विभाग (म. प्र.) |
आवेदन प्रक्रिया | कोई आवेदन प्रक्रिया नहीं |
उद्देश्य | कम कीमत पर अच्छा एवं पोष्टिक खाना प्रदान करना |
श्रेणी | मध्यप्रदेश सरकारी योजना |
वर्ष | 2024 |
क्या है दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना
इस योजना का संचालन मध्य प्रदेश सरकार के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। बताना चाहेंगे कि मध्य प्रदेश दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के तहत श्रमिकों और कामगारों को मात्र ₹10 देकर दाल, चावल, सब्जी, दो रोटी, अचार या चटनी मिलेगी, जिससे वे अपने पेट की आग बुझा सकेंगे। यह भोजन अनुभवी शेफ की देखरेख में तैयार किया जाएगा, ताकि भोजन में स्वाद और शुद्धता हो.
इस योजना की शुरुआत साल 2017 में ही हो गई थी, लेकिन यह योजना अब लोगों के बीच मशहूर हो गई है. इस योजना के तहत गरीब लोगों और मजदूरों को पौष्टिक भोजन दिया जाएगा, साथ ही सरकार ने कहा है कि मध्य प्रदेश के सभी जिलों में इस योजना के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा योजना के तहत मध्य प्रदेश के छह धार्मिक शहरों महेश्वर, अमरकंटक, ओंकारेश्वर, चित्रकूट और ओरछा में भी रसोई खोली जाएंगी, ताकि अधिक से अधिक लोगों को योजना में शामिल किया जा सके.
मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप योजना
एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का उद्देश्य
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के मजदूरों, रिक्शा चालकों, ऑटो रिक्शा चालकों, छात्रों, कामकाजी महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और अन्य लोगों को मात्र 10 रुपये में स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। क्योंकि आज के समय में भरपेट भोजन मिलना एक बड़ी समस्या बन गई है, जिसे इस योजना के माध्यम से हल किया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश का कोई भी नागरिक सस्ती दर पर दो वक्त का भरपेट भोजन प्राप्त कर सकता है। इस योजना का लाभ राज्य के सभी गरीब लोग उठा सकते हैं।
मध्य प्रदेश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो मजदूरी करते हैं और बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो सड़कों पर भीख मांगते हैं या कूड़ा बीनने का काम करते हैं। ऐसे लोगों को दो जून की रोटी भी नहीं मिल पाती है। ऐसे लोगों के लिए सरकार ने एमपी दीनदयाल अंत्योदय योजना इस उद्देश्य से शुरू की है कि मध्य प्रदेश में किसी भी गरीब को पेट की आग झेलने के लिए मजबूर न होना पड़े। वह मात्र 10 रुपये देकर भरपेट भोजन कर सकता है। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस योजना के तहत दिया जाने वाला भोजन पूरी तरह से शुद्ध हो और उसकी गुणवत्ता बरकरार रहे. योजना के नाम पर खराब खाना नहीं परोसा जाना चाहिए।
एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- एमपी प्रदेश दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी। फिर यह योजना बंद कर दी गई और वर्तमान में यह योजना एमपी में चल रही है।
- इस योजना में मध्य प्रदेश में रहने वाले सभी गरीब लोगों को मुख्य लाभार्थी के रूप में शामिल किया गया है।
- योजना का लाभ उठाने के लिए न तो उम्र का बंधन है और न ही लिंग का कोई बंधन है। किसी भी उम्र और लिंग का कोई भी व्यक्ति योजना का लाभ उठा सकता है।
- मात्र ₹10 चुकाकर आपको इस योजना के तहत पौष्टिक भोजन मिलेगा, जिसमें दाल, चावल, सब्जी, रोटी और चटनी शामिल होगी।
- यदि आप मध्य प्रदेश के किसी भी जिले में रहते हैं तो आप योजना के तहत लाभ प्राप्त कर सकेंगे, क्योंकि सरकार ने योजना के तहत भोजन वितरित करने के लिए सभी जिलों में केंद्र बनाए हैं।
- मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में इस योजना के तहत अब तक 145 से अधिक केंद्र बनाए जा चुके हैं।
- मप्र सरकार की इस योजना में अब तक 86 से अधिक सेवा प्रदाता कंपनियां शामिल हो चुकी हैं।
- मध्य प्रदेश दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के कारण अब मध्य प्रदेश में रहने वाले गरीब लोगों को भोजन के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के तहत 10 रुपये में भोजन की थाली
मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में सरकार द्वारा रसोई का निर्माण किया गया है। वर्तमान में मध्य प्रदेश में कुल 153 रसोई केन्द्र स्थापित किये गये हैं। वर्तमान में इस योजना के माध्यम से प्रदेश के गरीब शहरी परिवारों को सबसे सस्ता पौष्टिक भोजन मात्र 10 रूपये में उपलब्ध कराया जा रहा है। दीन दयाल उत्तम रसोई योजना के तहत 10 रुपये में भोजन की थाली में निम्नलिखित व्यंजन शामिल हैं।
- मसूर की दाल
- चावल
- सब्ज़ी
- चपाती
- अचार
- चटनी आदि।
एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना: प्रमुख बिंदु
- कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान 12 अप्रैल से 27 जून 2021 तक लागू लॉकडाउन में 27 लाख 19 हजार लोगों को रसोई केंद्रों से खाना खिलाया गया. रसोई केंद्रों से भोजन का वितरण लगातार जारी है.
- उल्लेखनीय है कि राज्य के गरीब और जरूरतमंद व्यक्तियों को सस्ती दरों पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 26 फरवरी, 2021 को दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना (द्वितीय चरण) शुरू की गई थी। इसमें प्रदेश के 52 जिला मुख्यालयों एवं 6 धार्मिक नगरों मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक, ओरछा एवं चित्रकूट में 100 रसोई केन्द्रों का संचालन प्रारंभ किया गया है।
- रसोई केन्द्र में आम जनता को स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन के रूप में चपाती/रोटी, मौसमी सब्जियां, दाल एवं चावल उपलब्ध कराये जाते हैं। रसोई केन्द्रों में प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्रति व्यक्ति दोपहर के भोजन की व्यवस्था 10 रूपये प्रति प्लेट की दर से की जा रही है।
- रसोई केन्द्रों में उपयोग किये जाने वाले खाद्यान्न में गेहूँ एवं चावल एक रूपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध होते हैं। खाद्य विभाग द्वारा उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है।
एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना आवेदन प्रक्रिया
मध्य प्रदेश के मजदूर भाइयो को यह जानकर भी खुशी होगी कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए उन्हें न तो ऑनलाइन और न ही ऑफलाइन आवेदन करना होगा, क्योंकि सरकार यह अच्छी तरह से जानती है कि कई मजदूर अशिक्षित हैं। ऐसे में अगर वे ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी रखेंगे तो श्रमिकों को योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा. इसलिए सरकार ने कहा है कि अगर कोई भी मजदूर योजना के तहत पौष्टिक आहार लेना चाहता है तो उसे बस अपना आधार कार्ड या राशन कार्ड लेकर उस स्थान पर जाना होगा जहां योजना का लाभ देने के लिए केंद्र बनाया गया है. और आपको काउंटर पर अपने दस्तावेज दिखाकर ₹10 जमा करके एक पर्ची लेनी होगी और उसी पर्ची के जरिए आपको बताई गई जगह से खाना मिल जाएगा।
अधिकृत वेबसाईट | यहाँ क्लिक करे |
---|---|
केंद्र सरकारी योजना | यहाँ क्लिक करे |
प्रधानमंत्री योजना लिस्ट 2023 | यहाँ क्लिक करे |
जॉईन टेलिग्राम | यहाँ क्लिक करे |
निष्कर्ष / Conclusion
एमपी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना: मध्य प्रदेश में गरीब और जरूरतमंद लोगों को सस्ती कीमत पर पौष्टिक और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना शुरू की है। दरअसल, गरीब परिवारों के कई श्रमिक ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में दैनिक काम करने के लिए आते हैं। जिन्हें अच्छा और सस्ता खाना पाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। इन लोगों को अच्छा भोजन उपलब्ध कराने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के 52 जिला मुख्यालयों एवं 6 धार्मिक नगरों मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक, ओरछा एवं चित्रकूट में 100 रसोई केन्द्रों का संचालन प्रारंभ किया गया है।
MP Deendayal Antyodaya Rasoi Yojana FAQ
Q. एमपी दीनदयाल रसोई योजना क्या है?
इस योजना के माध्यम से पोस्टिक भोजन बहुत कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है।
Q. दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना किस राज्य में चल रही है?
यह योजना मध्य प्रदेश राज्य में चल रही है।
Q. दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का लाभ किसे मिलेगा?
मध्य प्रदेश के मजदूरों और गरीबों को दीनदयाल अंत्योदय योजना का लाभ मिल सकेगा.
Q. दीनदयाल रसोई योजना में कितने पैसे में खाना मिलेगा?
इस योजना के तहत आप ₹10 में भोजन प्राप्त कर सकेंगे।
Q. दीनदयाल रसोई योजना में आवेदन कैसे करें?
योजना में आवेदन करने की कोई आवश्यकता नहीं है। भोजन वितरण केंद्र से ₹10 का भुगतान कर भोजन प्राप्त किया जा सकता है। आपको बस खाद्य वितरण केंद्र पर अपना राशन कार्ड दिखाना होगा।